Kaccha Lahsun Benefits: लहसुन जो हमारे किचन का एक सामान्य हिस्सा है, अब वैज्ञानिकों की नजर में एक पावरफुल हेल्थ बूस्टर बन चुका है। 2024 और 2025 की हालिया स्टडीज में पाया गया है कि रोजाना कच्ची लहसुन की एक या दो कलियां खाने से शरीर में डिटॉक्स प्रोसेस तेजी से काम करता है, इम्यूनिटी मजबूत बनती है और कई बीमारियां भी दूर रहती हैं। एक नई स्टडी में सामने आया है कि रॉ व्हाइट गार्लिक का सेवन कार्डियोमेटाबोलिक बायोमार्कर्स को सुधारता है, जैसे कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को कम करना।
अगर आप भी सेहत को लेकर चिंतित हैं, तो जानिए कैसे लहसुन आपकी डेली रूटीन का हिस्सा बन सकता है।
लहसुन के मुख्य स्वास्थ्य लाभ, इम्यूनिटी से लेकर हृदय स्वास्थ्य तक.
रोजाना कच्ची लहसुन खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं, जो वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध हैं। 2024 की एक रिव्यू स्टडी में पाया गया कि डेली गार्लिक कंजम्पशन से ब्लड शुगर लेवल और LDL ‘बैड’ कोलेस्ट्रॉल कम होता है, जो डायबिटीज और हार्ट डिजीज के रिस्क को घटाता है। यहां कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं:
- इम्यून सिस्टम को बूस्ट: लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है, जो सर्दी-जुकाम से बचाव करता है। रिसर्च बताती है कि नियमित सेवन करने से कॉमन कोल्ड की संभावना काफी कम हो जाती है। 2025 की स्टडी में कहा गया है कि गार्लिक इंफ्लेमेशन को कम करके इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाना: यह अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है और हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करता है, जिससे गैस, ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
- खून की सफाई और हृदय स्वास्थ्य: सल्फर कंपाउंड्स से ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। 2024 की स्टडी में पाया गया कि रॉ गार्लिक से लंग कैंसर का रिस्क 50% तक कम होने की सम्भावना होती है।
- वजन कंट्रोल और मेटाबॉलिज्म: कच्चा लहसुन मेटाबॉलिज्म तेज करके कैलोरी बर्न करता है और फैट स्टोरेज को रोकता है, जिससे वेट करने में आसानी होता है।
- त्वचा के लिए फायदेमंद: एंटीऑक्सिडेंट्स से पिंपल्स और एक्ने कम होते हैं, त्वचा चमकदार बनती है। इसलिए लहुसन कच्चा जरूर खाना चाहिए।
ये लाभ 2024 की फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन स्टडी से भी कन्फर्म हुए हैं, जहां रॉ गार्लिक के सेवन से लिपिड प्रोफाइल और ब्लड प्रेशर में सुधार देखा गया है।
कच्चे लहसुन में एलिसिन और सल्फर कंपाउंड्स की भूमिका।
लहसुन की शक्ति का राज है इसका मुख्य कंपाउंड एलिसिन है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर है। 2025 की एक्जामिन डॉट कॉम रिपोर्ट में कहा गया है कि गार्लिक एंटी-इंफ्लेमेटरी इफेक्ट्स देता है और कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को इम्प्रूव करता है। सल्फर कंपाउंड्स लीवर को एक्टिव करके डिटॉक्स प्रोसेस को तेज करते हैं, टॉक्सिन्स निकालते हैं और सूजन कम करते हैं। बीबीसी फूड की रिपोर्ट में भी गार्लिक को हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए प्रभावी बताया गया है। हालिया कंज्यूमर इनसाइट्स से पता चला है कि 64% लोग कार्डियोवस्कुलर बेनिफिट्स के लिए गार्लिक इस्तेमाल करते हैं।
कच्चा लहसुन खाने का सही तरीका
सुबह खाली पेट एक या दो कच्ची कलियां चबाकर खाएं या गर्म पानी/नींबू पानी के साथ लें। 2025 की वेल हेल्थ रिपोर्ट में कहा गया है कि गार्लिक को सुबह खाने से इम्यूनिटी, हार्ट हेल्थ और इंफ्लेमेशन में सबसे ज्यादा फायदा होता है। डिटॉक्स के लिए इसे सलाद या जूस में मिलाकर के भी खा सकते है। लेकिन कुकिंग से इसके एलिसिन के गुण कम हो जाते हैं, इसलिए कच्चा लहसुन ही खाने में प्रेफर करे।
कब और कैसे बचें
हालांकि लहसुन खाना सुरक्षित है, लेकिन ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में जलन हो सकती है। गर्भवती महिलाएं या ब्लड थिनर दवाएं लेने वाले डॉक्टर से सलाह लें। त्वचा पर सीधे न लगाएं, क्योंकि जलन हो सकती है। हमेशा याद रखें, यह कोई दवा नहीं है, बल्कि सप्लीमेंट है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। किसी भी उपचार या बदलाव से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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